हरि के नाम बिन झूठे सगल पासारे ।।१।। रहाउ ।। नाम तेरो आसनो नाम तेरो उरसा, नाम तेरा केसरो ले छिटकारे ।। नाम तेरा अमभुला नाम तेरो चंदनो, घसि जपे नाम ले तुझहि कउ चारे ।।१।। नाम तेरा दीवा नाम तेरो बाती, नाम तेरो तेल ले माहि पसारे ।। नाम तेरे की जोति लगाई, भयो उजिआरो भवन सगलारे ।।२।। नाम तेरो तागा नाम फूल माला, भार अठारह सगल जूठारे ।। तेरो कीआ तुझहि किआ अरपउ, नाम तेरा तुही चवर ढोलारे ।।३।। दस अठा अठसठे चारे खाणी, एह वरतणि है सगल संसारे ।। कहै रविदास नाम तेरो आरती, सतिनाम है हरि भोग तुहारे ।।४।।३।। |
नाम तेरो आरती मजन मुरारे ।। |