पांडे तुमरी गाइत्री लोधे का खेतु खाती थी ॥ लै करि ठेगा टगरी तोरी लांगत लांगत जाती थी ॥1॥ पांडे तुमरा महादेउ धउले बलद चड़िआ आवतु देखिआ था ॥ मोदी के घर खाणा पाका वा का लड़का मारिआ था ॥2॥ पांडे तुमरा रामचंदु सो भी आवतु देखिआ था ॥ रावन सेती सरबर होई घर की जोइ गवाई थी ॥3॥ हिंदू अंन्हा तुरकू काणा ॥ दुहां ते गिआनी सिआणा ॥ हिंदू पूजै देहुरा मुसलमाणु मसीति ॥ नामे सोई सेविआ जह देहुरा न मसीति ॥4॥3॥7॥ |
ਆਜੁ— |
ਆਜੁ ਨਾਮੇ ਬੀਠਲੁ ਦੇਖਿਆ ਮੂਰਖ ਕੋ ਸਮਝਾਊ ਰੇ ॥ ਰਹਾਉ ॥ |